मुजफ्फरनगर – खुफिया एजेंसियों द्वारा आतंकी हमले के संभावित खतरे से जुड़े इनपुट के बाद कांवड़ यात्रा की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। मुजफ्फरनगर में अहम स्थलों जैसे शिव चौक पर एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) के कमांडो तैनात कर दिए गए हैं।
खुफिया इनपुट्स के बाद सुरक्षा एजेंसियों की टीम को मुजफ्फरनगर के शिव चौक, मीना चौक, और अन्य संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया है। पूरे इलाके की ड्रोन से निगरानी की जा रही है, जिससे हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा सके।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से जिले में पुलिस के अलावा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी), और बाढ़ यूनिट तैनात की गई हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा, राजस्थान और यूपी के विभिन्न क्षेत्रों से कांवड़िए परिक्रमा करते हुए मुजफ्फरनगर से आगे बढ़ते हैं।
प्रमुख सुरक्षा उपाय:
- एटीएस कमांडो की तैनाती: शिव चौक, मीना चौक और अन्य संवेदनशील स्थानों पर एटीएस कमांडो तैनात हैं।
- ड्रोन निगरानी: ड्रोन तकनीक का उपयोग कर कांवड़ यात्रा मार्ग की निगरानी की जा रही है।
- सतर्कता बढ़ाई गई: पुलिस बल, सीआरपीएफ, पीएसी और फ्लड यूनिट उच्च सतर्कता पर हैं, जिससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
इस वर्ष कांवड़ यात्रा को अत्यधिक संवेदनशील माना गया है, जिसके चलते सुरक्षा के इन कदमों को बढ़ाया गया है। हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सुरक्षा एजेंसियां एक साथ मिलकर काम कर रही हैं, ताकि किसी भी खतरे का सामना किया जा सके।
सभी श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करें, ताकि यह धार्मिक यात्रा शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से सम्पन्न हो सके।
निष्कर्ष:
कांवड़ यात्रा के दौरान मुजफ्फरनगर और अन्य प्रमुख स्थानों पर बढ़ाई गई सुरक्षा उपाय यह दर्शाते हैं कि सुरक्षा एजेंसियां इस धार्मिक आयोजन को किसी भी संभावित खतरे से बचाने के लिए पूरी तरह से तत्पर हैं। एटीएस कमांडो की तैनाती और ड्रोन तकनीक का उपयोग इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।